लॉकडाउन वाराणसीः मोहल्ले मोहल्ले से उठे जरूरतमंदों की मदद को हाथ, जगह-जगह बंट रहा भोजन
अपने संसदीय क्षेत्र के नागरिकों से प्रधानमंत्री की अपील रंग लाने लगी है। पीएम मोदी ने तो सक्षम लोगों से नौ-नौ परिवारों की जिम्मेदारी 21 दिनों तक उठाने की गुजारिश की थी। काशीवासी उनकी अपील से भी कई कदम आगे बढ़ चुके हैं। मोहल्ले-मोहल्ले से लोग जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आए हैं। 10 से 12 लोग मिलकर डेढ़ सौ से लेकर पांच सौ लोगों को दोनों वक्त का भोजन करा रहे हैं। वहीं सरकारी स्तर पर भी मदद तेज हो गई है। आम लोगों के साथ जानवरों के लिए भी भोजन का इंतजाम किया जा रहा है।
शहर के अलग-अलग मोहल्लों से आगे बढ़े मददगारों के हाथ ने न सिर्फ प्रशासन का काम आसान किया है बल्कि तमाम जरूरतमंदों से लेकर लॉकडाउन के कारण जहां-तहां फंसे दूसरे शहरों के सक्षम लोगों के लिए भी काशी में अन्नपूर्णा के साक्षात स्वरूप बन गए हैं। अस्सी, भगवानपुर, लंका, सुंदरपुर, मैदागिन, काशी, सिटी, कैंट और मंडुवाडीह स्टेशन के इलाकों में घूम-घूम कर लोगों को भोजन उपलब्ध करा रहे हैं।
पुलिस भी इस काम में पीछे नहीं है। रवींद्रपुरी कॉलोनी के लेन नंबर 10 के एक दर्जन निवासियों ने यह शुक्रवार को चंद्रमोहन सिंह, रोजश सोनकर, अजय साहनी, राजू चौरसिया, अजय मिश्र, विभांशु मिलकर मानवता की दोहरी सेवा कर रहे हैं। ये लोग जरूरतमंदों तक दो वक्त का भोजन तो पहुंचा ही रहे हैं। साथ ही शादी-विवाह में भोजन बनाने का काम करने वाली महिलाओं को पूड़ी-सब्जी बनाने के काम में लगाकर उन्हें रोजगार भी उपलब्ध करा रहे हैं।
प्रत्येक शनिवार को अस्सी क्षेत्र में अन्नक्षेत्र संचालित करने वाले 13 स्थानीय निवासियों ने भी यह जिम्मा लॉकडाउन के पहले दिन से ही उठा लिया है। पहले दिन 100 फिर दूसरे दिन 200 लंच पैकेट बांटने वाले इन लोगों ने तीसरे दिन साढ़े छह सौ लंच पैकट बांटे। इन लोगों ने अस्सी, नगवां, भदैनी, रविदास घाट, अस्सी घाट, लंका, शिवाला आदि मोहल्लों में लोगों का हाथ सेनेटाइज करके उन्हें लंच पैकेट दे रहे हैं। इस कार्य में प्रमुख रूप से संजय मुखर्जी, राधे झा, प्रणव सिंह, चंचल शर्मा, अंकित सिंह, यश शर्मा, दीपक झा, नितेश गुप्ता, सूरज कुमार, रजत सिंह, अभिकान्त सिंह, सुरेश यादव, रजत सिंह, रमेश साहनी, सत्येंद्र सिंह, आशु सोनकर, बिट्टू पांडेय मिलकर प्रबंधन से लेकर वितरण तक का जिम्मा संभाल रहे हैं।
दूसरी तरफ, काशी विश्वनाथ मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर, संकटमोचन, यूआर फाउंडेशन जैसी सक्षम संस्थाओं की ओर से रोजाना चार हजार से अधिक लोगों को दिन और रात का भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। अन्नपूर्णा मंदिर अन्नक्षेत्र ट्रस्ट ने उन आश्रमों में भी नित्य भोजन के पैकेट भेजने की व्यवस्था की है जहां दंडी संन्यासी रहते हैं। वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर की ओर से लक्सा रोड स्थित उन आश्रमों में भोजन के पैकेट बांटे गए, जहां दक्षिण भारतीय तीर्थ यात्री फंसे हुए हैं।